शनिवार, 23 मई 2015

व्यक्तित्व !!!

व्यक्तित्व में उपजती 
विशेषतायें 
कुछ घोषित 
कुछ आरोपित 

व्यवहार में झलकती 
सतही  
अपर्याप्त 
कृत्रिमता 
और उनका 
यदा कदा संघात बनना 

परिस्थितियां 
देती हैं प्रताड़ना 
लांछन 
कष्ट 
व पीड़ा 

अभाव पनपते हैं 
खरपतवार से...  
अंदरुनी भावात्मक 
 बाहरी विस्तृत  

शांत भाव 
वहन  करने का 
निष्क्रिय कर देता है 
ओज अधिकारों का 

पम्परागत संयम 
सहानुभूति और करुणा 
के साथ 
असंभव हो उठती है 
सहनशीलता 
सहज शालीनता 

अपरिचित उदासीन  भाव
 जन्म लेते हैं  
प्रकृति के 
सृष्टि  के 
और 
व्यक्तित्व के !!!