"शब्द संवेदन" संवेदन शील मन से निकलने वाले शब्द जो स्वरुप ले लेते हैं कविता का, ग़ज़ल का,नज़्म का... लेखनी के सहारे,अभिव्यक्ति का आधार हमारे शब्द संवेदन इंसानी जीवन की अहम् जरूरत हैं. और अभिव्यक्ति वाकई जीवन को हल्का,सहज और सरल बना देती है.बेशक महज़ आत्मसंतुष्टि के लिए नहीं बल्कि जिंदगी के अनुभव भी ,चाहे खट्टे हो या फिर मीठे,संवेदनाओं को शब्दों में पिरोने और अभिव्यक्त करने के साथ ही हमारे सोच विचारों के झंझावातों में फंसे दिल और दिमाग को शांत कर देते हैं. "शब्द संवेदन" पर आप सभी का स्वागत है.
जी हाँ वंदना जी.
जवाब देंहटाएंजागना आसान है,सोना कठिन.
इसीलिए ही तो सोना महंगा है.
लेकर बस सों जाओ.जागने पर भाव बढ़ा पाओ.
आपकी तथ्यात्मक प्रस्तुति अच्छी लगी.
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
ji haan aaj kal dono hi sone ka bhaav badh raha hai kya karen??aapke blog par pahli baar aai hoon.
जवाब देंहटाएंnav varsh ki shubhkamnayen.