"शब्द संवेदन" संवेदन शील मन से निकलने वाले शब्द जो स्वरुप ले लेते हैं कविता का, ग़ज़ल का,नज़्म का... लेखनी के सहारे,अभिव्यक्ति का आधार हमारे शब्द संवेदन इंसानी जीवन की अहम् जरूरत हैं. और अभिव्यक्ति वाकई जीवन को हल्का,सहज और सरल बना देती है.बेशक महज़ आत्मसंतुष्टि के लिए नहीं बल्कि जिंदगी के अनुभव भी ,चाहे खट्टे हो या फिर मीठे,संवेदनाओं को शब्दों में पिरोने और अभिव्यक्त करने के साथ ही हमारे सोच विचारों के झंझावातों में फंसे दिल और दिमाग को शांत कर देते हैं. "शब्द संवेदन" पर आप सभी का स्वागत है.
bahut hi umda...ishq kee uchaiyaan....khudi me kabhi nhi milti khud ko khokar hi milti hai...:)
जवाब देंहटाएंNice collections...
जवाब देंहटाएंआरजु पुरी हो आपकी यही करता हुँ मन्नत
जवाब देंहटाएंजिते जीही मिले आपको इश्कका जन्नत
दुर रेहेकर कभी ना पडे आहे भरना
आपके खातिर खुदासे करता हुँ यही वन्दना
khud par jami tahein hathein tabhi is kism ke ruhani ishq ko socha ja sakta aur tum ise shabdon mein baandh paaye uske liye ...peeth plz
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