शनिवार, 4 फ़रवरी 2012

आह ! ! !




आह मन में बेहतर....
निकले तो बेअसर....
...वन्दना...


1 टिप्पणी:

आपकी प्रतिक्रिया निश्चित रूप से प्रेरणा प्रसाद :)