दिल के रिश्ते हैं नाजुकी का क्या कहना...
नर्मो नाजुक ख्याल भी रुला देते हैं...वन्दना...
नर्मो नाजुक ख्याल भी रुला देते हैं...वन्दना...
"शब्द संवेदन" संवेदन शील मन से निकलने वाले शब्द जो स्वरुप ले लेते हैं कविता का, ग़ज़ल का,नज़्म का... लेखनी के सहारे,अभिव्यक्ति का आधार हमारे शब्द संवेदन इंसानी जीवन की अहम् जरूरत हैं. और अभिव्यक्ति वाकई जीवन को हल्का,सहज और सरल बना देती है.बेशक महज़ आत्मसंतुष्टि के लिए नहीं बल्कि जिंदगी के अनुभव भी ,चाहे खट्टे हो या फिर मीठे,संवेदनाओं को शब्दों में पिरोने और अभिव्यक्त करने के साथ ही हमारे सोच विचारों के झंझावातों में फंसे दिल और दिमाग को शांत कर देते हैं. "शब्द संवेदन" पर आप सभी का स्वागत है.
बहुत ही सुन्दर....और नाजुक...
जवाब देंहटाएंbahut khoob!!!!!
जवाब देंहटाएंनाजुक ख्याल ...नाज करें....
जवाब देंहटाएं